Rati Kamdev
रति
प्यार, एकता और जुनून की ये देवी आनंद और भोग-विलास की प्रतीक हैं। इनका जन्म दक्ष के पसीने से हुआ था। जब प्यार के देवता दक्ष पर तीर चलाया, तो वे संध्या (ब्रह्मा की पुत्री) के प्रति आसक्त हो गए। इस मिलन से, एक पसीने की बूंद से सुंदर रति का जन्म हुआ।
रति और काम
उनका विवाह दो प्यार करने वालों के मधुर मिलन को दर्शाता है। रति बेहद सुंदर थी और वे कामुकता के लिए जानी जाती हैं। वे क्षत्रिय थी इसलिए घोड़े पर बैठे हुये और हाथ में तलवार लिए भी फोटो में उनकी कल्पना की गई है।
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